बिहार चुनाव में चंद्र शेखर की एंट्री, 100 सीटों पर लड़ेगी आजाद समाज पार्टी, किसका बिगाड़ेगी खेल?

Bihar Election 2025: आजाद समाज पार्टी की बिहार चुनाव में एंट्री से महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. पार्टी की दलित वोट बैंक में सेंध की कोशिश रहेगी. RJD को नुकसान हो सकता है.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है. अब तक जहां मुख्य मुकाबला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच माना जा रहा था, वहीं अब बाहरी दल भी चुनावी मैदान में उतरने लगे हैं. उत्तर प्रदेश के भीम आर्मी प्रमुख चंद्र शेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी कांशीराम ने भी बिहार में दम दिखाने का ऐलान कर दिया है.
100 सीटों पर लड़ने की तैयारी, 60 पर प्रभारी घोषित
बुधवार को पटना में आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जौहर आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पार्टी बिहार की 100 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. उन्होंने बताया कि इन 100 में से 60 सीटों पर विधानसभा प्रभारी भी नियुक्त किए जा चुके हैं और बाकी पर तैयारी अंतिम चरण में है.
46 सीटों पर सीधे महागठबंधन को चुनौती
पार्टी का दावा है कि जिन 100 सीटों पर वह चुनाव लड़ेगी, उनमें से 46 पर सीधा मुकाबला महागठबंधन से होगा. जौहर आजाद ने कहा कि इन सभी सीटों पर बूथ स्तर तक पार्टी की संगठनात्मक तैयारियां पूरी हैं. उन्होंने महागठबंधन पर आरोप लगाया कि वह सभी वर्गों को साथ लेकर नहीं चल रहा है, जिससे जनता में असंतोष है.
पार्टी ने घोषणा की है कि 21 जुलाई को पटना में आजाद समाज पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जाएगा. इस अधिवेशन में पार्टी प्रमुख चंद्र शेखर आजाद खुद शामिल होंगे और बिहार चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देंगे.
लोजपा (रामविलास) का पलटवार- ‘कोई फर्क नहीं पड़ेगा’
चंद्र शेखर आजाद की पार्टी की इस घोषणा पर लोजपा (रामविलास) ने प्रतिक्रिया दी है. पार्टी प्रवक्ता शशि भूषण प्रसाद ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को चुनाव लड़ने का अधिकार है, लेकिन इससे उनकी पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने दावा किया कि दलित समाज चिराग पासवान के साथ मजबूती से खड़ा है और चिराग पासवान दलितों के सबसे बड़े नेता बनकर उभरे हैं.