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पहली बार अमेरिका टॉप 10 मजबूत पासपोर्ट की सूची से बाहर, जानें इसके पीछे की वजहें

शीर्ष 10 सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की सूची

हाल ही में, अमेरिका को पहली बार शीर्ष 10 शक्तिशाली पासपोर्टों की सूची से बाहर रखा गया है। यह घटना कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक है और इसके पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं। अमेरिका का पासपोर्ट, जो कभी दुनिया का सबसे शक्तिशाली माना जाता था, अब अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा में पीछे रह गया है। वैश्विक राजनीति, आर्थिक स्थिरता, और यात्रा की स्वतंत्रता जैसे पहलुओं में बदलाव ने इसके रैंकिंग को प्रभावित किया है। यह एक संकेत है कि दुनिया में शक्ति का संतुलन तेजी से बदल रहा है और इसके परिणामस्वरूप नागरिकों को यात्रा करने के लिए अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

एक छोटे देश की शक्ति

एक छोटे से देश ने साबित कर दिया है कि वह भारत से अधिक शक्तिशाली है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी स्थिति को मज़बूत बनाता है। यह सवाल उठता है कि पाकिस्तान की इस संदर्भ में क्या स्थिति है। पाकिस्तान, जो हमेशा से भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण विषय रहा है, अपने पासपोर्ट की ताकत के मामले में अब भी पीछे है। यह छोटे देश कई प्रमुख देशों के साथ द्वीपक्षीय संबंधों में बेहतर स्थिति में है, जो उसके पासपोर्ट की ताकत को रेखांकित करता है।

हेनले पासपोर्ट इंडेक्स

हेनले पासपोर्ट इंडेक्स ने हाल ही में एक रैंकिंग जारी की है जिसमें भारत ने पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया है। यह इंडेक्स विश्वभर में पासपोर्टों की ताकत का एक महत्वपूर्ण मानक है। अब भारत के पास कुछ ऐसे देशों की सूची है जहां वीज़ा-मुक्त यात्रा संभव है। लोगों के लिए यह एक बड़ा अवसर है, जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए यथासंभव कम बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। पाकिस्तान के लिए यह एक चिंता का विषय है, क्योंकि वह अब भी भारतीय पासपोर्ट से चयनित देशों में थोक से कम प्रविष्टता अनुभव करता है।

भारत सरकार की ई-पासपोर्ट सेवा

भारत सरकार ने एक नई ई-पासपोर्ट सेवा शुरू की है जो विदेश यात्रा को सुगम बनाने का प्रयास कर रही है। इस सेवा के तहत, भारतीय नागरिक अब 59 देशों में निःशुल्क प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। यह कदम न केवल भारत के नागरिकों के लिए यात्रा की प्रक्रिया को सरल बनाता है, बल्कि यह दर्शाता है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय नागरिकों को एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

पासपोर्ट की ताकत का सर्वे

अंत में, एक देश का पासपोर्ट, जो दुनिया में सबसे शक्तिशाली बन गया है, उसने अमेरिका को पछाड़ते हुए एक नया रिकॉर्ड बनाया है। इस सफलता ने विश्वभक्ति में उसके पूरे दिशा-निर्देशों को बदल दिया है और अन्य देशों को भी इस दिशा में प्रेरित किया है। भारत की रैंकिंग इस बदलाव को दर्शाती है और यह दिखाती है कि कैसे देश वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था में अपने स्थान को मज़बूत करने के लिए प्रयासरत हैं।


इन घटनाओं और परिवर्तनों से स्पष्ट है कि पासपोर्ट की ताकत केवल यात्रा की सुविधा तक सीमित नहीं है; यह एक देश की वैश्विक स्थिति का भी प्रतीक है। आज का युग एक नई वैश्विक व्यवस्था का निर्माण कर रहा है, जिसमें विभिन्न देशों के पासपोर्ट की रैंकिंग और ताकत का महत्व बढ़ता जा रहा है। नागरिकों के लिए यह एक सफर है, जिसमें उन्हें अपने अधिकारों और अवसरों को समझना और उसे अपनाना होगा।

TALK WAY NEWS

abdul hakim M.A.(urdu Lit.) Bachelor in journalism LLB diploma in mechnical engineering

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